गर्मी के दिनों में पेट को ठंडा रखने वाला औषधीय कंद तीखुर जिले के भीतरी इलाकों के साप्ताहिक बाजारों से गायब हो गया है। चिंतलनार व जगरगुंडा बाजार में यह नजर नहीं आता। पहले इसकी कीमत सौ रुपये किलो थी जो अब बढ़ गई है। फिर भी यह बाजारों में नजर नहीं आता है। व्यापारी घरों में भी इसका उपयोग करते थे और बाहर भी बेचते थे।from Nai Dunia Hindi News - madhya-pradesh : jabalpur https://ift.tt/2Ti1Mll
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